desh bhakti shayari
बस ये बात हवाओं को बताये रखना रौशनी होगी चिरागों को जलाये रखना best desh bhakti shayari
लहू देकर जिसकी हिफाज़त की शहीदों ने उस तिरंगे को सदा दिल में बसाये रखना
मैं मुस्लिम हूँ तू हिन्दू है हैं दोनों इंसान ला मैं तेरी गीता पढ़ लूँ तू पढ ले कुरान
अपने तो दिल में है दोस्त बस एक ही अरमान एक थाली में खाना खाये सारा हिन्दुस्तान
खुशनसीब हैं वो जो वतन पर मिट जाते हैं मरकर भी वो लोग अमर हो जाते हैं,
करता हूँ उन्हें सलाम ए वतन पे मिटने वालों तुम्हारी हर साँस में तिरंगे का नसीब बसता है
लहराएगा तिरंगा अब सारे आसमान पर भारत का ही नाम होगा सबकी जुबान पर ले लेंगे उसकी जान या खेलेंगे अपनी जान पर कोई जो उठाएगा आँख हिंदुस्तान पर
ये बात हवाओं को बताये रखना रौशनी होगी बस चिरागों को जलाये रखना
लहू देकर जिसकी हिफाज़त हमने की ऐसे तिरंगे को सदा दिल में बसाये रखना
मेरे मुल्क की हिफाज़त ही मेरा फ़र्ज है और मेरा मुल्क ही मेरी जान है
इस पर कुर्बान है मेरा सब कुछ नही इससे बढ़कर मुझको अपनी जान है
republic day shayari in hindi with photos
मुझे ना तन चाहिए ना धन चाहिए बस अमन से भरा यह वतन चाहिए जब तक जिन्दा रहूं
इस मातृ-भूमि के लिए और जब मरुँ तो तिरंगा कफ़न चाहिये
जय-हिन्द
जिन्हें है प्यार वतन से वो देश के लिए अपना लहू बहाते हैं माँ की चरणों में अपना शीश चढ़ाकर
देश की आजादी बचाते हैं देश के लिए हँसते-हँसते अपनी जान लुटाते हैं गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ
भी ठंड में ठिठुर के देख लेना कभी तपती धूप में जल के देख लेना कैसे होती है हिफाजत मुल्क की कभी सरहद पर चल के देख लेना
उनके हौंसले का मुकाबला ही नहीं है कोई जिनकी कुर्बानी का कर्ज हम पर उधार है आज हम इसीलिए खुशहाल हैं क्यूंकि सीमा पे जवान बलिदान को तैयार है